मतदाता सूची में नाम न होने से परेशान मतदाता भटक रहे है दर -दर

Troubled voters are wandering from door to door due to their names not being in the voter list.

 

प्रदेश भर में नगर निकाय चुनावों की सरगर्मियां शुरू हो चुकी है। सत्ता पक्ष व विपक्ष के कई पार्षद समेंत अनेक निर्दलीय प्रत्यासी अभी से अपनी दावेदारी पेश करने लगी है। लेकिन मतदाता सूची से अपना नाम गायब देख मतदाता हैरान व परेशान दिख रहे है। इतना ही नहीं मतदाता सूची से कई मंत्रियों व पार्षदों के नाम भी गायब है।
वही नगर निगम के वार्ड नम्बर 78 के निर्वतमान पार्षद रमेश कुमार मंगू का कहना है यह सब बीएलओ की लापरवाही के कारण हुआ है। हमारे क्षेत्र के आशिमा विहार में 112 घरों के नाम वोटर लिस्ट से गायब हैं। इसकी शिकायत पर डीएम देहरादून ने एक सप्ताह के भीतर दुबारा से जांच के आदेश दियें गये है। वार्ड नम्बर 79 में भी लगभग 22 परिवारों के नाम वोटर लिस्ट से गायब है। 79 वार्ड से भाजपा के प्रबल दावेदार दीपक नेगी का कहना है कि बेल रोड स्थित जॉलीगांव के इन 22 परिवारों के नाम को जोड़ने के लिए बीएओं को दुबारा से बुलाकर मतदाता सूची में इनका नाम जोड़ने के लिए कहा गया है। दीपक नेगी बीते निकाय चुनावों में चंद मतो से रह गये थे। वही मतदाता सूची से मतदाताओं के नाम गायब होने से भाजपा कई उम्मीदवार भी चिन्तित दिखे। मेयर पद के लिए दावेदारी पेश कर रही भाजपा प्रदेश प्रवक्ता सुनीता बौडाई विद्याथी का कहना है कि पार्टी की ओर से इसके लिए एक कमेटी गठत की गई हैं और निवार्चन आयोग को इस गढ़बड़ी सूचना दे दी गई है। जिससे इस एक सप्ताह के भीतर ठीक किया जा सके।
मतदाता सूची में पहले भी मतदाताओं के नाम अक्सर गायब दिखते रहे हैं। लेकिन इतने बडे पैमाने पर मतदाताओं का मतदाता सूची से गायब होना कही न कही निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित बीएलओ की घोर लापरवाही को दर्शाता है। हॉलाकि निवार्चन आयोग ने एक सप्ताह के भीतर इस मतदाता सूची की खामियों को दूर करने का निदेश दिया है। लेकिन इतनी बड़ी गढ़बड़ी एक सप्ताह के भीतर सही हो जायेगी इस पर संशय बना हआ है। क्योंकि जिस मतदाता सूची को बीएओ बीते कई महीनों से सही नहीं कर पाये उसे एक सप्ताह के भीतर कैसे ठीक किया जायेगा यह एक यक्ष प्रश्न बना हुआ है।

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